नागौर का सफर

नागौर  - एक मनोरम शहर
नागौर, राजस्‍थान राज्‍य में स्थित एक ऐतिहासिक शहर है। इस शहर को नागा क्षत्रियों के द्वारा स्‍थापित किया गया था। नागौर शहर, नागौर जिले के मुख्‍यालय के रूप में जाना जाता है। यह शहर दो लोकप्रिय पर्यटन स्‍थलों बीकानेर और जोधपुर के बीच में स्थित है।

इतिहास और पौराणिक कथाओं में नागौर
इस जगह के इतिहास के बारे में महान महाकाव्‍य महाभारत के दिनों से पता लगाया जा सकता है। यह कहा जाता है कि वर्तमान नागौर जिले के कुछ क्षेत्र, उस काल के अहिच्‍छत्रपुर राज्‍य का हिस्‍सा हुआ करते थे। पौराणिक कथाओं के अनुसार, महान अर्जुन ने अहिच्‍छत्रपुर पर विजय प्राप्‍त की और उसे अपने गुरू को द्रोणाचार्य को भेंट किया।

नागौर में और उसके आसपास क्‍या - क्‍या देखने के लिए है ?
यह शहर नागौर किले के लिए प्रसिद्ध है जो एक रेतीला किला है। इसका निर्माण 2 सदी में नागावंशियों द्वारा किया गया था। इस किले में सुंदर महल, फव्‍वारे, मंदिर और बगीचे हैं। इस किले के अलावा, नागौर में तरकीन दरगाह भी एक लोकप्रिय और आकर्षक पर्यटन स्‍थल है। यह दरगाह, इस्‍लाम धर्म के अनुयायियों में विशाल धार्मिक महत्‍व रखती है।
नागौर सैर का प्‍लान बना रहे पर्यटक यहां आकर जैन ग्‍लास मंदिर भी देख सकते हैं जो शहर के कमला टावर के पीछे स्थित है। यह एक काफी अनोखी संरचना है जो पूरी तरह कांच से बनी हुई है। मंदिर में अंदर के हिस्‍सों में शीशे का काम, यहां के दृश्‍य को और भी आकर्षक बनाता है। पर्यटक इस मंदिर में जैन धर्म के 24 तीर्थंकरों के बारे में विशाल आंकड़ें पा सकते हैं। इसके अलावा, साईजी का टंका भी नागौर में भ्रमण के लिए एक प्रसिद्ध पर्यटक स्‍थल है।
नागौर शहर अपने मुग्‍ध कर देने वाले महलों जैसे - हादी रानी महल, दीपक महल, अकबरी महल और रानी महल आदि के लिए भी प्रसिद्ध है। यह सभी महल अपने आसाधारण वास्‍तुकला और इंटीरियर डिजायन के लिए जाने जाते हैं। नागौर की सैर के दौरान पर्यटक, अमर सिंह राठौड़ की कब्र, वंशीवाला मंदिर, नाथ जी की छतरी और बरली भी देख सकते हैं।

नागौर पहुंचना
नागौर शहर तक वायु, रेल और सड़क मार्ग से आसानी से पहुंचा जा सकता है। इस जगह का सबसे नजदीकी घरेलू हवाई अड्डा जोधपुर में स्थित है। हालांकि, विदेशी पर्यटक नागौर तक दिल्‍ली के इंदिरा गांधी हवाई अड्डे से पहुंच सकते हैं जो नागौर का निकटतम इंटरनेशनल एयरबेस है। यह हवाई अड्डा, भारत के के कई गंतव्‍य स्‍थलों से नियमित उड़ानों के द्वारा जुड़ा हुआ है।
यात्री रेल से भी अपने गंतव्‍य स्‍थल तक पहुंच सकते हैं। नागौर रेलवे स्‍टेशन प्रतिदिन चलने वाली ट्रेनों के द्वारा जयपुर, जोधपुर, बीकानेर और दिल्‍ली से जुड़ा हुआ है। नागौर के लिए अजमेर, बीकानेर, दिल्‍ली,जोधपुर और जयपुर से बसें भी उपलब्‍ध हैं, इस तरह यह शहर सड़क मार्ग में भली - भांति जुड़ा हुआ है।

जलवायु
कम बारिश होने के कारण नागौर की जलवायु साल भर गर्म और शुष्‍क रहती है। यहां के प्राथमिक मौसम गर्मी, मानसून और सर्दी हैं। नागौर में छुट्टियां बिताने का प्‍लान बनाने वाले पर्यटकों को अक्‍टूबर से नवंबर के महीने के बीच में आने की सलाह दी जाती है क्‍यूंकि इस दौरान मौसम अन्‍य समय की अपेक्षा हल्‍का सा सर्द और खुशनुमा होता है।



हादी रानी महल, नागौर  Hadi Rani Mahal, Nagaur
हादी रानी महल नागौर, राजस्‍थान के सबसे सुंदर और सुसज्जित महलों में से एक है। इस महल की दीवारें और छतें प्राचीन भित्तियों और नक्‍काशी से सजी हुई हैं। पर्यटक महल में आकर यहां के भित्ति चित्रों का एक सुंदर कलेक्‍शन भी देख सकते हैं। इनमें से ज्‍यादातर भित्ति चित्रों में रानी हादी रानी को उनकी कई सेविकाओं के साथ प्रदर्शित किया गया है।


जैन ग्‍लास मंदिर, नागौर   Jain Temple in Glass, Nagaur
जैन ग्‍लास मंदिर, राजस्‍थान के नागौर शहर के कमला टॉवर के पीछे स्थित है। पूरा मंदिर कांच से बना हुआ है जो अन्‍य सभी जैन मंदिरों से बिल्‍कुल अनोखा और अलग है। श्राइन के दरवाजे, सीलिंग,फर्श, पैनल्‍स, और खंभे सुंदर मीनाकारी से सजे हुए हैं। पर्यटक यहां आकर मंदिर के अंदर आकर्षक कांच के काम को देख सकते हैं जो जैन भित्ति चित्रों के रूप में प्राचीन काल की सुंदर कला का प्रदर्शित करते हैं। मंदिर का भीतरी हिस्‍सा सजावटी मेहराब और सुंदर संगमरमर के काम से चमकता रहता है। इस मंदिर में 23 जैन तीर्थंकरों अलावा भगवान महावीर की कई विभिन्‍न प्रतिमाएं भी सजी हुई हैं।



नागौर किला, नागौर  Nagaur Fort, Nagaur
नागौर किला, नागौर शहर में स्थित एक प्रमुख और आकर्षक पर्यटन स्‍थल है। यह एक सुंदर रेतीला गढ़ है जिसे 2 सदी में बनाया गया था। यह किला बीते युग में लड़े गए कई लड़ाईयों का गवाह है। यह राजस्‍थान का सबसे अच्‍छा सपाट भूमि पर बना किला है जो अपनी ऊंची दीवारों और विशाल परिसर के लिए प्रसिद्ध है। पर्यटक किले के अंदर आकर कई महलों, फव्‍वारे, मंदिरों और खूबसूरत बगीचों को देख सकते हैं। इस किले का निर्माण नागावंशियों के द्वारा किया गया था और बाद में किले को मोहम्‍मद बहलीन द्वारा पुनर्निर्मित करवाया गया। किले के तीन मुख्‍य प्रवेश द्वार हैं, पहला प्रवेश द्वार लोहे और लकड़ी के नुकीले कीलों से मिलकर बना है जो दुश्‍मनों और हाथियों के हमलों से रक्षा करने के उद्देश्‍य से बनाया गया था। दूसरा प्रवेश द्वार बीच का पोल है और आखिरी प्रवेश द्वार कचेरी पोल है। आखिरी दरवाजे को प्राचीन काल में नागौर की न्‍यायपालिका के रूप में इस्‍तेमाल किया जाता था।



दीपक महल, नागौर  Deepak Mahal, Nagaur
दीपक महल, नागौर में स्थित एक सुंदर महल है। इस महल की दीवारें अनोखे फूलों की डिजायन से पेंटिग और भित्ति चित्रों के रूप में सजी हुई हैं।


रानी महल, नागौर  Rani Mahal, Nagaur
रानी महल, नागौर के सुंदर शाही महलों में से एक है। एक धारणा के अनुसार, यह महल, नागौर के राजा की रानियों के रहने की जगह थी। पर्यटक महल के अंदर भव्‍य शाही स्विमिंग पूल भी देख सकते हैं।


साईजी का टंका, नागौर  Saiji ka Tanka, Nagaur
साईजी का टंका नागौर, राजस्‍थान में प्रसिद्ध पर्यटन स्‍थलों में से एक है और इसे संत श्री साईजी महाराज की समाधि के रूप में जाना जाता है। स्‍थानीय लोगों के अनुसार, इस संत ने अपने पूरे जीवन चुपचाप भगवान की प्रार्थना की। इसीलिए, ठाकुर, राजपूत कबीले के सदस्‍यों ने उन्‍हे यहां रहने के लिए आमंत्रित किया ताकि यह जगह सभी बुरी आत्‍माओं के चंगुल से मुक्‍त हो जाएं। संत की पूजा करने वाले भक्‍तगण भारी मात्रा में यहां दर्शन करने आते हैं।


अमर सिंह महल / मोती महल नागौर  Amar Singh Mahal/Moti Mahal Nagaur
किला भी बारीक नक्काशी डिजाइन के साथ फर्श से छत के सजाया है जो अमर सिंह महल, मकान। अमर सिंह ने एक मुगल दरबारी की मौत का बदला लेने के लिए शाहजहां के शासनकाल Salabat खान कहा जाता मुगल सम्राट के दौरान नागौर का शासक था। महल उसकी याददाश्त के लिए एक उपयुक्त श्रद्धांजलि है। वह यमुना के तट पर अंतिम संस्कार किया गया है, उनकी पत्नियों नागौर अपने आप में सती (आत्मदाह) प्रतिबद्ध है, और उनकी हथेली छापों के पास पाया जा सकता है।


भक्त सिंह पैलेस नागौर  Bhakt Singh Palace Nagaur
भक्त सिंह पैलेस इसके पीछे का इतिहास, विशेष रूप से रक्त का है, हालांकि। भक्त सिंह 18 वीं सदी की पहली छमाही में नागौर का शासक था। उनके भाई अभय सिंह जोधपुर के सिंहासन के उत्तराधिकारी था और अपने ही पिता की हत्या से शासक बनने के लिए मुगलों द्वारा राजी किया गया। वह बेईमानी विलेख प्रतिबद्ध अगर अभय सिंह उसे नागौर का वादा किया, उसके भाई भक्त को इस कार्य को सौंपा। भक्त खुशी से पिता का वध प्रतिबद्ध और नागौर के शासक बन गया है और प्राचीन किले के अंदर खुद के लिए एक शानदार महल का निर्माण किया।


अकबरी महल नागौर  Akbari Mahal Nagaur
निकटवर्ती महल की कला और स्थापत्य कला स्पष्ट रूप से दोनों राजपूत और मुगल कला का संगम इंगित करता है 1556 में अजमेर के राज्यपाल से मुगलों द्वारा नागौर के पीछे हटाना स्मरण करने के लिए बनाया गया था, जो अकबरी महल, निहित है। वास्तव में, मुगल शैली और प्रभाव हवादार महलों और मंडप के अधिकांश में देखा जा सकता है।





























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