पिलानी का सफर
पिलानी - जहां विद्वानों को बढ़ावा दिया जाता है
पिलानी राजस्थान के शेखावती क्षेत्र का एक छोटा सा शहर है। पिलानी अपने कई शैक्षणिक संस्थानों के लिये जाना जाता हो जिनमें से 'बिट्स, पिलानी' प्रमुख है। यह कस्बा दिल्ली से 180 किमी की दूरी पर तथा राजस्थान की राजधानी, जयपुर से 210 किमी दूर स्थित है। यह राजस्थान के झुनझुनू जिले के प्रशासनिक क्षेत्र में आता है।
पिलानी का कैसे पड़ा ये नाम
स्थानीय लोगों के अनुसार शहर का यह नाम यहाँ रहने वाले पिलानिया गोत्र के एक जट योद्धा के नाम पर पड़ा है। ऐसा माना जाता है कि यह योद्धा एक किले की रक्षा में आक्रमणकारी शत्रुओं से साहसपूर्वक लड़ता हुआ शहीद हो गया था। अतः उस शहीद के सम्मान में यहाँ के शासकों ने इस जगह का नाम उसके नाम पर रख दिया।
क्या बनाता है शहर को प्रसिद्ध
वर्तमान में, पिलानी शहर अपने कई उल्लेखनीय शैक्षणिक संस्थानों के लिये जाना जाता है। 'बिट्स, पिलानी' देश के सर्वश्रेष्ठ इंजीनियरिंग कोर्सों को उपलब्ध कराता है और अपने लगभग 65 साल के अस्तित्व में कई कुशल पेशेवरों को समाज को समर्पित करने का रिकार्ड रखता है। पिलानी के अन्य उल्लेखनीय शैक्षणिक संस्थायें बी के बिड़ला इंस्टीट्यूट ऑफ इंजीनियरिंग एण्ड टेक्नोलॉजी (बीकेबीआइईटी), जी डी बिड़ला मेमोरियल पॉलिटेक्निक इंस्टीट्यूट (बीटीटीआइ) और शादीलाल कटारिया टीचर ट्रेनिंग कॉलेज हैं। यह शहर अग्रणी औद्योगिक घराने बिरला परिवार, जिसे मानवता के कार्यों के लिये जाना जाता है, का घर होने के कारण भी प्रसिद्ध है।
कैसे पहुंचे पिलानी
पिलानी एक छोटा शहर होने के कारण इसका अपना कोई हवाईअड्डा या रेलवे स्टेशन नहीं है। निकटतम रेलवे स्टेशन चिरावा रेलवे स्टेशन है जो पिलानी से 22 किमी दूर है। पर्यटकों को यहाँ दिसम्बर – जनवरी के महीने में आने की सलाह दी जाती है क्योंकि इस समय मौसम प्रायः सुहावना रहता है।
बिड़ला संग्रहालय, पिलानी Birla Museum, Pilani
विज्ञान और तकनीकी में रुचि रखने वाले लोगों को बिड़ला संग्रहालय अवश्य आना चाहिये। यह 'बिट्स पिलानी' के विद्या विहार परिसर में स्थित है। संग्रहालय में आधुनिकतम वैज्ञानिक उपकरण, भौतिक विज्ञान के मॉडल और चित्र, कार्यशील मॉडल, विज्ञान के विभिन्न सिद्धान्तों को समझाते हुये चार्ट और चित्र प्रदर्शित हैं।
बिट्स पिलानी, पिलानी BITS Pilani, Pilani
1964 में स्थापित बिड़ला इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी एण्ड साइन्स या बिट्स पिलानी देश के अग्रणी शैक्षणिक संस्थाओं में से एक है। 'विज्ञान, तकनीकी और आधुनिकता' द्वारा राष्ट्र के निर्माण के पण्डित जवाहर लाल नेहरू के उद्देश्य के अनुरूप इस संस्थान को बिड़ला परिवार द्वारा स्थापित किया गया था। बिट्स पिलानी का परिसर विज्ञान और पारम्परिक विरासत का शानदार आमेलन है और इसमें कई ऐसी संरचनायें हैं जिनमें रूढ़िवादिता और आधुनिकता दोनों की झलक मिलती है। संस्थान की मुख्य इमारत का एक भाग बिट्स टॉवर, इस परिसर का प्रमुख आकर्षण है। लोग आसपास के ढाबों में स्थानीय व्यञ्जनों का मजा ले सकते हैं। बाहरी व्यक्तियों के लिये परिसर में आने का सर्वोत्तम समय कॉलेज के वार्षिकोत्सव के दौरान है जब आपको एक स्वस्थ वातावरण में सर्वश्रेष्ठ विद्यार्थी परम्पराओं की अनुभूति होती है।
पंचवटी, पिलानी Panchvati, Pilani
पिलानी का पंचवटी काफी संख्या में पर्यटकों को अपनी ओर आकर्षित करता है। इसका प्रबन्धन पिलानी के बिड़ला ट्रस्ट द्वारा होता है। रामायण के अनुसार राम अपने वनवास के दौरान पंचवटी में ही रुके थे। पिलानी का पंचवटी राम के जीवन के विभिन्न प्रसंगो को पुनर्जीवित कर देता है।
यह काफी बड़े हरे भरे क्षेत्र में फैला है जिसमें उपस्थित कई पेड़-पौधों और झाड़ियों के कारण यह जंगल जैसा प्रतीत होता है। इस क्षेत्र में हजारों घृतकुमारी के पौधे, कीचड़ भरे रास्ते और पगडण्डियाँ पाई जाती हैं। सुन्दर हरियाली के मध्य में राम, लक्षमण, सीता, हनुमान और रामायण के अन्य पात्रों की आदमकद प्रतिमायें स्थित हैं। इन प्रतिमाओं के माध्यम से पवित्र रामायण की विभिन्न घटनाओं को कहने और पुनर्जीवित करने का प्रयास किया गया है। यह स्थान आपको प्राचीन एवं पौराणिक काल में ले जाता है और आप को ऐसा एहसास होता है कि आप उसी पंचवटी के जंगल में हैं जहाँ राम रहते थे। पिलानी आने वाले पर्यटकों को इस मजेदार अनुभव के लिये पंचवटी अवश्य आना चाहिये।
शारदा मन्दिर, पिलानी Sharda Temple, Pilani
शारदा मन्दिर, राजस्थान के पिलानी के लोकप्रिय आकर्षणों में से एक है। यह 20वीं सदी का मन्दिर देवी सरस्वती को समर्पित है और इसे प्रसिद्ध उद्यमी, स्वतन्त्रता सेनानी और मानवतावादी श्री जी डी बिड़ला द्वारा बनवाया गया था। यह मन्दिर प्रसिद्ध इंजीनियरिंग कॉलेज 'बिट्स पिलानी' के विद्या विहार परिसर में स्थित है। यह राजस्थान के मकराना से विशेष रूप से लाये गये सुन्दर संगमरमर से बना है। मन्दिर निर्माण की इण्डो-आर्यन शैली को समाहित करते हुये इस मन्दिर का डिज़ाइन खजुराहो के खण्डरिया महादेव मन्दिर से प्रभावित है। मन्दिर को पाँच भागों में बाँटा गया है - गर्भगृह या पवित्र केन्दीय भाग, प्रदक्षिणापथ या चक्रीय पथ, अन्तराला, मण्डपम और अर्ध मण्डपम। यह मन्दिर विज्ञान और आध्यात्म के आमेलन का जीता जागता उदाहरण है। मन्दिर के बाहरी भाग पर दार्शनिकों, सन्तों, और वैज्ञानिकों के चित्र हैं जो इसके सर्वव्यापी प्रकृति को दर्शाते हैं।
शिव गंगा, पिलानी Shiv Ganga, Pilani
शिव गंगा पिलानी का ऐसा आकर्षण है जहाँ पर आप प्रकृति माँ की गोद में शांति के साथ आराम कर सकते हैं। शिव गंगा 'बिट्स पिलानी' के विद्या विहार परिसर के केन्द्र में स्थित है। यह सुन्दर पार्क चारों ओर से एक 400 मी लम्बे वृत्तीय नहर द्वारा घिरा है जिसके बीचो-बीच शिव की एक मूर्ति है। अक्सर शाम के समय छात्र एवं पिलानी के निवासी यहाँ आते हैं और इस जगह की प्राकृतिक सुन्दरता की तारीफ करते हुये फुरसत के कुछ पल बिताते हैं।
पिलानी राजस्थान के शेखावती क्षेत्र का एक छोटा सा शहर है। पिलानी अपने कई शैक्षणिक संस्थानों के लिये जाना जाता हो जिनमें से 'बिट्स, पिलानी' प्रमुख है। यह कस्बा दिल्ली से 180 किमी की दूरी पर तथा राजस्थान की राजधानी, जयपुर से 210 किमी दूर स्थित है। यह राजस्थान के झुनझुनू जिले के प्रशासनिक क्षेत्र में आता है।
पिलानी का कैसे पड़ा ये नाम
स्थानीय लोगों के अनुसार शहर का यह नाम यहाँ रहने वाले पिलानिया गोत्र के एक जट योद्धा के नाम पर पड़ा है। ऐसा माना जाता है कि यह योद्धा एक किले की रक्षा में आक्रमणकारी शत्रुओं से साहसपूर्वक लड़ता हुआ शहीद हो गया था। अतः उस शहीद के सम्मान में यहाँ के शासकों ने इस जगह का नाम उसके नाम पर रख दिया।
क्या बनाता है शहर को प्रसिद्ध
वर्तमान में, पिलानी शहर अपने कई उल्लेखनीय शैक्षणिक संस्थानों के लिये जाना जाता है। 'बिट्स, पिलानी' देश के सर्वश्रेष्ठ इंजीनियरिंग कोर्सों को उपलब्ध कराता है और अपने लगभग 65 साल के अस्तित्व में कई कुशल पेशेवरों को समाज को समर्पित करने का रिकार्ड रखता है। पिलानी के अन्य उल्लेखनीय शैक्षणिक संस्थायें बी के बिड़ला इंस्टीट्यूट ऑफ इंजीनियरिंग एण्ड टेक्नोलॉजी (बीकेबीआइईटी), जी डी बिड़ला मेमोरियल पॉलिटेक्निक इंस्टीट्यूट (बीटीटीआइ) और शादीलाल कटारिया टीचर ट्रेनिंग कॉलेज हैं। यह शहर अग्रणी औद्योगिक घराने बिरला परिवार, जिसे मानवता के कार्यों के लिये जाना जाता है, का घर होने के कारण भी प्रसिद्ध है।
कैसे पहुंचे पिलानी
पिलानी एक छोटा शहर होने के कारण इसका अपना कोई हवाईअड्डा या रेलवे स्टेशन नहीं है। निकटतम रेलवे स्टेशन चिरावा रेलवे स्टेशन है जो पिलानी से 22 किमी दूर है। पर्यटकों को यहाँ दिसम्बर – जनवरी के महीने में आने की सलाह दी जाती है क्योंकि इस समय मौसम प्रायः सुहावना रहता है।
बिड़ला संग्रहालय, पिलानी Birla Museum, Pilani
विज्ञान और तकनीकी में रुचि रखने वाले लोगों को बिड़ला संग्रहालय अवश्य आना चाहिये। यह 'बिट्स पिलानी' के विद्या विहार परिसर में स्थित है। संग्रहालय में आधुनिकतम वैज्ञानिक उपकरण, भौतिक विज्ञान के मॉडल और चित्र, कार्यशील मॉडल, विज्ञान के विभिन्न सिद्धान्तों को समझाते हुये चार्ट और चित्र प्रदर्शित हैं।
बिट्स पिलानी, पिलानी BITS Pilani, Pilani
1964 में स्थापित बिड़ला इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी एण्ड साइन्स या बिट्स पिलानी देश के अग्रणी शैक्षणिक संस्थाओं में से एक है। 'विज्ञान, तकनीकी और आधुनिकता' द्वारा राष्ट्र के निर्माण के पण्डित जवाहर लाल नेहरू के उद्देश्य के अनुरूप इस संस्थान को बिड़ला परिवार द्वारा स्थापित किया गया था। बिट्स पिलानी का परिसर विज्ञान और पारम्परिक विरासत का शानदार आमेलन है और इसमें कई ऐसी संरचनायें हैं जिनमें रूढ़िवादिता और आधुनिकता दोनों की झलक मिलती है। संस्थान की मुख्य इमारत का एक भाग बिट्स टॉवर, इस परिसर का प्रमुख आकर्षण है। लोग आसपास के ढाबों में स्थानीय व्यञ्जनों का मजा ले सकते हैं। बाहरी व्यक्तियों के लिये परिसर में आने का सर्वोत्तम समय कॉलेज के वार्षिकोत्सव के दौरान है जब आपको एक स्वस्थ वातावरण में सर्वश्रेष्ठ विद्यार्थी परम्पराओं की अनुभूति होती है।
पंचवटी, पिलानी Panchvati, Pilani
पिलानी का पंचवटी काफी संख्या में पर्यटकों को अपनी ओर आकर्षित करता है। इसका प्रबन्धन पिलानी के बिड़ला ट्रस्ट द्वारा होता है। रामायण के अनुसार राम अपने वनवास के दौरान पंचवटी में ही रुके थे। पिलानी का पंचवटी राम के जीवन के विभिन्न प्रसंगो को पुनर्जीवित कर देता है।
यह काफी बड़े हरे भरे क्षेत्र में फैला है जिसमें उपस्थित कई पेड़-पौधों और झाड़ियों के कारण यह जंगल जैसा प्रतीत होता है। इस क्षेत्र में हजारों घृतकुमारी के पौधे, कीचड़ भरे रास्ते और पगडण्डियाँ पाई जाती हैं। सुन्दर हरियाली के मध्य में राम, लक्षमण, सीता, हनुमान और रामायण के अन्य पात्रों की आदमकद प्रतिमायें स्थित हैं। इन प्रतिमाओं के माध्यम से पवित्र रामायण की विभिन्न घटनाओं को कहने और पुनर्जीवित करने का प्रयास किया गया है। यह स्थान आपको प्राचीन एवं पौराणिक काल में ले जाता है और आप को ऐसा एहसास होता है कि आप उसी पंचवटी के जंगल में हैं जहाँ राम रहते थे। पिलानी आने वाले पर्यटकों को इस मजेदार अनुभव के लिये पंचवटी अवश्य आना चाहिये।
शारदा मन्दिर, पिलानी Sharda Temple, Pilani
शारदा मन्दिर, राजस्थान के पिलानी के लोकप्रिय आकर्षणों में से एक है। यह 20वीं सदी का मन्दिर देवी सरस्वती को समर्पित है और इसे प्रसिद्ध उद्यमी, स्वतन्त्रता सेनानी और मानवतावादी श्री जी डी बिड़ला द्वारा बनवाया गया था। यह मन्दिर प्रसिद्ध इंजीनियरिंग कॉलेज 'बिट्स पिलानी' के विद्या विहार परिसर में स्थित है। यह राजस्थान के मकराना से विशेष रूप से लाये गये सुन्दर संगमरमर से बना है। मन्दिर निर्माण की इण्डो-आर्यन शैली को समाहित करते हुये इस मन्दिर का डिज़ाइन खजुराहो के खण्डरिया महादेव मन्दिर से प्रभावित है। मन्दिर को पाँच भागों में बाँटा गया है - गर्भगृह या पवित्र केन्दीय भाग, प्रदक्षिणापथ या चक्रीय पथ, अन्तराला, मण्डपम और अर्ध मण्डपम। यह मन्दिर विज्ञान और आध्यात्म के आमेलन का जीता जागता उदाहरण है। मन्दिर के बाहरी भाग पर दार्शनिकों, सन्तों, और वैज्ञानिकों के चित्र हैं जो इसके सर्वव्यापी प्रकृति को दर्शाते हैं।
शिव गंगा, पिलानी Shiv Ganga, Pilani
शिव गंगा पिलानी का ऐसा आकर्षण है जहाँ पर आप प्रकृति माँ की गोद में शांति के साथ आराम कर सकते हैं। शिव गंगा 'बिट्स पिलानी' के विद्या विहार परिसर के केन्द्र में स्थित है। यह सुन्दर पार्क चारों ओर से एक 400 मी लम्बे वृत्तीय नहर द्वारा घिरा है जिसके बीचो-बीच शिव की एक मूर्ति है। अक्सर शाम के समय छात्र एवं पिलानी के निवासी यहाँ आते हैं और इस जगह की प्राकृतिक सुन्दरता की तारीफ करते हुये फुरसत के कुछ पल बिताते हैं।
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